Saturday, 30 May 2020

नेवला और ब्राह्मण की पत्नी


नेवला और ब्राह्मण की पत्नी

एक ब्राह्मण, उसकी पत्नी और उसका लड़का एक छोटे से गांव में रहते थे। उनके पास एक पालतू नेवला था जो उनके साथ रहता था। एक दिन, जब ब्राह्मण काम पर था, उसकी पत्नी ने बच्चे को पालने में छोड़ दिया और पानी का एक बर्तन लाने के लिए चली गयी ।

जब तक वह बाहर गई , उसने नेवले को बच्चे की देखभाल करने के लिए कहा। जब नेवला बच्चे की देखरेख कर रहा था, उसी समय घर में एक सांप आ गया। जैसे ही नेवले ने सांप को देखा उसने उस पर आक्रमण कर दिया और उसे मार दिया।
जैसे ही ब्राह्मण की पत्नी पानी का बर्तन लेकर घर लौटी। नेवले ने उसके मुंह पर रक्त के साथ खुशी से उसका स्वागत किया। महिला उसे देख कर डर गई, और उसने सोचा कि नेवले ने बच्चे को मार दिया है। बिना कुछ सोचे समझे घुस्से से, महिला ने नेवले पर पानी के बर्तन को गिरा दिया और एक छड़ी से उसे मार दिया। बाद में वह अंदर गई और बच्चा खुशी से पालने में खेलता मिला।
महिला को एहसास हुआ कि उसने यह क्या किया और उसे बिना सोचे-समझे कर्म के लिए पश्चाताप हुआ ।
कुछ भी बड़ा करने से पहले सोच समझकर कदम उठाना चाहिए। बिना किसी चीज को अपनी आँखों से देखे ना मानें।

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